मंत्री के साथ की समीक्षा नई दिल्ली(एजेंसी)। अर्थव्यवस्था में छा रही 2. 6.9 प्रतिशत किया विकास दर अनुमान सुस्ती को दूर करने के लिए केंद्र सरकार सक्रिय हो 2019-20 के लिए रिजर्व बैंक ने गई है। इसी मुहिम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त 3. 19 साल में सबसे कम रही जुलाई 2019 मंत्री निर्मला सीतारमण व शीर्ष अधिकारियों के साथ में वाहनों की बिक्री देश में अर्थव्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। सूत्रों ने कहा, इस सेक्टर्स पर सबसे ज्यादा असर प्रधानमंत्री ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर - वाहन और कलपुर्जा क्षेत्र (ऑटो सेक्टर) लाल किले से संबोधन के बाद अर्थव्यवस्था की - रियल एस्टेट सेक्टर ताजा स्थिति पर वित्त मंत्री के साथ विचार मंथन - पूंजीगत सामान किया। इसमें वित्त मंत्रालय के सभी वरिष्ठ अधिकारी - एफएमसीजी सेक्टर भी शामिल थे। सूत्रों ने कहा कि यह बैठक में वर्तमान - गैर बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र आर्थिक सुस्ती की प्रकृति और इसके दीर्घकालिक आरबीआई के उपायों के बाद सरकार पर प्रभावों पर विचार किया गया गया। उम्मीद लगाई जा दरोमदार-विशेषज्ञों का कहना है कि केंद्रीय बैंक रही है कि सरकार जल्दी ही अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्रों विदेशी निवेश भी एक ऊंचाई पर पहुंच कर ठहर गया ब्याज दर में इस साल 1.10 प्रतिशत की कटौती कर के लिए कुछ खास प्रोत्साहन उपायों की घोषणा कर है।
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि चुका है ताकि आर्थिक वृद्धि को तेज करने प्रयासों में सकती है। गौरतलब है कि 2018-19 में आर्थिक अनुमान को 7.0 प्रतिशत से घटा कर 6.9 प्रतिशत मदद मिले। इसके बाद निजी क्षेत्र सरकार की ओर से वद्धि घट कर 6.8 प्रतिशत पर आ गई थी। यह कर दिया है। देश में मानसून के असामान्य स्तर और राहत के उपायों की उम्मीद कर रहा है। केंद्र ने सरकारी 2014-15 के बाद की न्यूनतम दर है। 2018-19 कृषि पर असर को देखते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बैंकों की कर्ज देने की स्थिति सुधारने के लिए चालू की आखिरी तिमाही में भी विकास दर 5.8 फीसदी भी नरमी रह सकती है। वित्त वर्ष में उन्हें 70,000 करोड़ रुपये का पूंजी देने रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय 1. 5.8 फीसदी रही 2018-19 की आखिरी की घोषणा की है। बैंकों में एनपीए की स्थिति नियंत्रण उपभोक्ताओं के विश्वास का स्तर गिर रहा है और तिमाही में विकास दर में आने की उम्मीद है।